80 साल की उम्र में दुनिया से विदा हुआ "शांति का दूत"
बीबीसीखबर, देशUpdated 19-08-2018

दिव्यांका शुक्ला , बीबीसी खबर
संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव कोफी अन्नान का शनिवार को 80 साल की उम्र में निधन हो गया । अन्नान जनवरी 1997 में संयुक्त राष्ट्र के 17 महासचिव बने थे और दिसंबर 2006 तक इस पद पर रहे 2001 में उन्हें शांति के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था । अन्नान के परिवार ने उनके निधन की जानकारी ट्विटर के जरिए दी उन्होंने बताया कि लंबी बीमारी की वजह से अदनान का 18 अगस्त को निधन हो गया । स्विट्जरलैंड के एक अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। बताते चलें कि अदनान का जन्म 8 अप्रैल 1938 को कुमारी (घाना) में हुआ था ।
अन्नान थे कई भाषाओं के जानकार
कोफी का पूरा नाम कोफी अट्टा अन्नान था । इनके पिता प्रांतीय गवर्नर और दादा जी दो जनजातियों के प्रमुख थे । कोफी अपने नाम में अट्टा लगाते थे । घाना की आकान भाषा में अट्टा का मतलब जुड़वा होता है ।कोफी की एक जुड़वा बहन एफुआ भी है । कोफी को अंग्रेजी, फ्रेंच और कई अफ्रीकी भाषाओं का ज्ञान था । 1961 में मिनिसोटा (अमेरिका) के सेंट पॉल कॉलेज में अर्थशास्त्र की उन्होंने पढ़ाई की थी । जेनेवा से उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मामलों में ग्रेजुएशन किया और यूएन में करियर शुरू किया यूएन में वह कई अहम पदों पर रहे ।
ईस्ट तिमोर को बनाया अलग देश
1990 में इराक के कुवैत पर हमले के दौरान कोफी ने 900 से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय स्टाफ और गैर इराकी लोगों को उनके देश भेजने में मदद की थी । उन्होंने इराक को भी इस बात के लिए राजी किया कि मानवीय राहत के लिए तेल की बिक्री की जाएगी । 1999 में इंडोनेशिया से अलग ईस्ट तिमोर को अलग देश बनाने में कोफी की प्रमुख भूमिका रही थी ।