करोना वायरस के बारे में कहा जा रहा है कि चीन की यह बहुत बड़ी साजिश है चीन ने इसे छिपाया अगर शुरुआत में ही चीन ने कोरोना का खुलासा कर दिया होता तो दुनिया में आज इस कदर कोरोना का कोहराम नहीं मच रहा होता कोरोना का प्रकोप दिनों दिन बढ़ता ही जा रहा है कोरोना वायरस की दवा को लेकर तमाम प्रकार की अफवाहें उड़ रही है कि रामायण के बालकांड में बाल निकल रहा है उसी बाल से करोना का इलाज होगा इन अफवाहों से जनता भ्रमित हो रही हैं।
इंडिया में लाकडाउन तो हो गया कई हद तक जनता भी लाकडाउन में सरकार का सहयोग कर रही है लेकिन यह जो लाखों मजदूर एक जगह इकट्ठा हो रहे हैं और गांव की तरफ जा रहे हैं क्या इससे लाकडाउन का कुछ प्रभाव रह जाएगा आप देख ही रहे हैं कि किस तरह मजदूर भूख प्यास से व्याकुल गाड़ी ना मिलने पर पैदल ही घर के लिए जा रहे हैं मजदूरों का कहना है कि कोरोना से बाद में मरेंगे भूँख से पहले ही मर जाएंगे जब यह मजदूर गांव पहुंचेंगे तो पूरा गांव प्रभावित होगा लाकडाउन का सारा मतलब खत्म हो जाएगा सरकार को 21 दिन का लाकडाउन सफल बनाने के लिए सभी मजदूरों के गांव में प्रवेश से पहले जांच करानी चाहिए उसके बाद ही गांव में जाने दे अगर मजदूरों की जांच नही हुई तो इसे फैलने से कोई रोक नहीं सकता।